Harishchandragad fort trek information in Hindi – अगर आपको ऐसे ट्रैक पर ले जाया जाए जहा आपको बहुत सुंदर नजारे देखने को मिले और जो रोमांच से भरपूर हो। इससे ज्यादा मजे की बात क्या होगी । इसके लिए आपको कही बाहर जाने की जरूरत नहीं अपने भारत में भी एक ऐसी जगह मौजूद है। हरिश्चन्द्रगढ़ यह ट्रैकर्स के लिए एक आकर्षक और पसंदीदा place में से एक है। हरिशचंद्रगढ़ का ट्रैक महाराष्ट्र राज्य के पश्चिमी घाटों में से सबसे दुर्लभ और चुनौतीपूर्ण ट्रैक में से एक है। यह ट्रैक भले ही चुनौतीपूर्ण हो लेकिन यह पूर्ण रूप से रोमांच से भरा हुआ है।
हरिशचंद्रगढ महाराष्ट्र के मालशेज घाट में स्थित है जो की अहमदनगर जिले में है। इसकी ऊंचाई समुंद्र तल से 1,422 मीटर है। इस ट्रैक को करने में आपको डर के साथ साथ प्रकृति के सुंदर दृश्य भी देखने को मिलेंगे। यह ट्रैक दर्शको के लिए लोकप्रिय ट्रैक में से एक है, यहां के सुंदर नजारे हर किसी का मनमोह सकते है।
आपको जानकर हैरानी होगी के हरिश्चंद्रगढ का उल्लेख मत्स्य और अग्नि पुराण में भी देखने को मिलता है। साथ ही यह किला लगभग 3 हजार साल से भी ज्यादा पुराना है, यहां पर पुराने काल के अवशेष भी प्राप्त किए जा चुके है।
बताया जाता है की यह जगह 6वी सदी में बनाई गई है, जहा कुछ गुफाएं भी मोजूद है जिन्हे 11वी सदी में बनाया गया था। आज हम आपको इस आर्टिकल में हरिशचंद्रगढ़ के बारे में और भी बहुत सारी रोचक जानकारियां देंगे। तो बिना किसी रुकावट के आर्टिकल पर बने रहे और इसे पूरा पढ़े।
Table of Contents
Harishchandragad Trek information in Hindi – Watch Youtube Video Below.
India is known for its history and cultural heritage. With numerous forts, palaces, and monuments scattered all over the country, it is hard not to marvel at the architectural achievements of ancient India. One such impressive fort is the Harishchandragad Fort, a popular tourist destination in Maharashtra. While the fort is widely appreciated for its picturesque views and trekking trails, many people are unaware of its fascinating history and significance.
In this blog post, we will delve into the nitty-gritty details and provide comprehensive Harishchandragad Fort information in Hindi. From its origins to its architecture and notable structures, we will explore everything you need to know about this renowned fort.
Whether you are a history enthusiast curious about this ancient fort or a thrill-seeker looking forward to trekking the daunting rocky terrain, this post has you covered. We’ve sourced authentic and reliable information to give you an accurate picture of the fort, ensuring that you have an unforgettable experience.
So buckle up and
1.Harishchandragad Fort History in Hindi
हरिश्चंद्रगढ़ किले का इतिहास आम तौर पर महाराष्ट्र के इतिहास से जुड़ा हुआ है। यह किला पुणे से मुंबई की ओर जाने वाले महामुंबई एग्जप्रेसवे के कुचेल अर्धमार्ग पर स्थित है। यह एक प्राचीन किला है जो महाराष्ट्र के ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों में से एक है।
2. Harishchandragad Fort information in Hindi.
जब बात हरीश्चंद्रगढ़ केवल जानकारी की हो तो यह एक मशहूर ऐतिहासिक किला है जो महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में स्थित है। यह किला इस तथ्य के लिए भी बेहतर जाना जाता है कि यह कई शिखरों को आवश्यक रूप से जोड़े हुए है और लगभग ४,५०० फुट की ऊंचाई पर स्थित ह.
3. Harishchandragad Trek details in Hindi
हरिश्चंद्रगड़ किसी भी ट्रेकर के लिए एक लोकप्रिय ट्रेक यात्रा है। यह महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में स्थित है और इसे सर्वाधिक चुनौतीपूर्ण ट्रेक यात्राओं में से एक माना जाता है। यह एक इतिहास से भरपूर किले के लिए भी प्रसिद्ध है। यहाँ पर ट्रेक एंट्री पॉइंट से स्थानीय
सार्वजनिक रूप से शुरू हरिश्चंद्रगढ़ की संरचना से एक ऐतिहासिक किले ने आज भी इतिहास की गवाही दी है। यह किला देश भर से पर्यटकों को आकर्षित करता है .

हरिश्चंद्रगढ़ कहा पर स्थित है? Harishchandragad Fort Location.
हरिश्चंद्रगढ़ एक किला है जो महाराष्ट्र राज्य के अहमदनगर जिले के मालशेज घाट से 6 किलोमीटर दूरी पर स्थिति है। खीरेश्वर और पचनई यहां की मुख्य गांव है यही से हरिश्चंद्रगढ़ ट्रैक की शुरुवात की जाती है।
हरिश्चंद्रगढ़ में घूमने की जगह? Things to see on Harishchandragad Fort
हरिश्चंद्रगढ़ के लोग मुख्य रूप से ट्रैकिंग और कैंपिंग करने आते है। यहां के नजारे इतने दुर्लभ और खूबसूरत है की यह हर किसी को अपनी ओर आकर्षित कर लेते है। हरिश्चन्द्रगढ़ की तीन मुख्य चोटिया है जिनके नाम रोहिदास, तारामति, और हरिश्चंद्र है। यहां पर आपको सुंदर झरने, झील, पहाड़, हरियाली, समुंद्रतट, आदि देखने को मिल जायेंग। महाराष्ट्र के लोगों के लिए यह जगह जन्नत से कम नही है, यहां पर आना जाना लोगो को काफी पसंद है।
इस किले को पुराने धरोवरों में गिना जाता है, इसका निर्माण 6वी सताब्दी में राजवंश द्वारा कराया गया था। लेकिन भारत पर मुगलों के आक्रमण के बाद यह जगह पूरी तरह से मुगलों के कब्जे में आ गई। यहां की सबसे ऊंची चोटी तारामति है इस चोटी से दिखने वाले नजारे और भी आकर्षक है।
इस किले के आस पास आपको पुराने समय की कुछ आकृतियां, देखने को मिल जाएंगी। जैसे की हमने आपको बताया कि यह जगह सनातन धर्म से भी जुड़ी हुई है। इसलिए लोगो के लिए हरिश्चन्द्रगढ़ और भी खास अहमियत रखता है, यहां नजारों के साथ साथ अन्य जगह भी है जिसे लोग देखने आते है।



हरिश्चंद्रगढ़ में घूमने वाली जगह: Places to Visit on Harishchandragad Fort.
- हरिश्चंद्रगड पर गुफाएं / Kedareshwar Caves
- तारामाची चोटी
- कोकण कड़ा / Kokan Kada
- सप्ततीर्थ पुष्कर्णी
- नागेश्वर मंदिर / Nageshwar Temple
- गणेश गुफा
- मंगळगंगेचा उगम’
- हरिश्चंद्रे मंदिर
- चांगदेव ऋषींचे’ तपस्थान
- पुष्करणी
- बालेकिल्ला
हरिश्चंद्रगढ़ कैसे पहुंचे? How to reach Harishchandragad from Pune, Mumbai, Nashik, ahmednagar.



हरिश्चंद्रगढ सड़क मार्ग
आप सड़क परिवहन और ट्रेन से हरिश्चंद्रगढ़ तक आसानी से पहुंच सकते है। यदि आप महाराष्ट्र के अलावा किसी अन्य जगह से आ रहे है जैसे की दिल्ली, गुजरात, उत्तरप्रदेश आदि। तो आप उस जगह से मुंबई, नासिक, पुणे, अहमदनगर पहुंच सकते है, मुंबई से इस जगह की दूरी 101 किलोमीटर, नासिक से 68 किलोमीटर, अहमदनगर से 107 किलोमीटर, और पुणे से 97 किलो मीटर है। आप चाहे तो नासिक भी आ सकते है नासिक से हरिश्चंद्रगढ़ सबसे ज्यादा पास है।
नासिक, मुंबई, पुणे, और अहमदनगर से आप आसानी से बस या कार की सहायता से खीरेश्वर और पचनई गांव पहुंच सकते है। दरहसल इन गावों से हरिश्चंद्रगढ़ की यात्रा शुरू होती है, तो आप यहां आकर यात्रा शुरू कर सकते है।
हरिश्चंद्रगढ़ रेल मार्ग
हरिश्चंद्रगढ़ जाने के लिए रेल मार्ग भी बहुत अच्छा तरीका है, हरिश्चंद्रगढ़ से सबसे पास इगतपुरी रेलवे स्टेशन है। यह रेलवे स्टेशन हरिश्चंद्रगढ़ से 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, इस रास्ते से भी आप अपनी यात्रा शुरू कर सकते है।
हरिश्चंद्रगढ़ ट्रेक का रास्ता / Harishchandragad Trek routes.
आप तीन अलग रास्ता से हरिश्चंद्रगढ़ पहुंच सकते है, नलीची वाट, खीरेश्वर गांव और पचनई गांव। इसमें से निलीची गांव थोड़ा कठिन रास्ता है, जिसे ट्रैक करना थोड़ा मुश्किल है। आप पचनई गांव को आसानी से ट्रैक कर सकते है, यह बहुत आसान रास्ता है, खिरेश्वर गांव वाला रास्ता सबसे ज्यादा लोकप्रिय route में से एक है।
खीरेश्वर गांव / Harishchandragad from Khireshwar Village
यह हरिश्चंद्रगढ़ जाने के लिए सबसे लोकप्रिय रास्ता है, इस रास्ते में आपको काफी सारे सुंदर झील, झरने, पहाड़, पेड़ देखने को मिलेंगे। इस रूट में आपको किले तक पहुंचने में चार घंटे का समय लगेगा, यह एक सरल रास्ता है। यहां रास्ते में काफी सारे होटल भी है जहा आप रुक भी सकते है।



पचनई गांव/ Harishchandra Gad trek from Pachnai Village.
हरिश्चंद्रगढ़ पहुंचना चाहते है तो यह रास्ता सबसे आसान रास्ता है, अगर आप सरलता से ट्रैक करना चाहते है तो यह रास्ता सबसे बेस्ट है। पहाड़ों के बीच बना यह खूबसूरत रास्ता हर किसी को पसंद आता है, आप अपने परिवार के साथ भी यहां आ सकते है।
नलिची वाट / Via Nalichi Vat route
यह रास्ता हरिश्चंद्रगढ़ जाने का सबसे कठिन रास्ता है, अगर आप अपने परिवार के साथ हरिश्चंद्रगढ़ जा रहे है तो यह रास्ता आपके लिए ठीक नहीं है। इस रास्ते से जाने के लिए आपके पास ट्रैकिंग का अच्छा खासा ट्रैकिंग का अनुभव होना चाहिए। यहां ऊंची पहाड़िया और चढ़ाई है जिसे पर करना हर किसी के बस की बात नही है।



Frequently asked questions?
प्रश्न: हरीशचंद्रगढ़ जाने का सही समय क्या है? / Right time to visit Harishchandragad Fort?
उत्तर: हम आपको बता दे की बारिश के मौसम में यहां आना सही नही है क्योंकि ऐसे में यहां पहाड़ गिरने का खतरा बना रहता है। साथ ही यहां के रास्ते खतरनाक हैं और बारिश में पैर फिसलने का भी खतरा रहता है। यहां आने का सबसे अच्छा समय मानसून के बाद यानी सितंबर से लेकर दिसंबर का है। इस समय यहां पर आपको सुंदर नजारे, हरियाली, फूल आदि देखने को मिलेंगे।
प्रश्न: क्या हरिश्चंद्रगढ़ के रास्ते में खाना और पानी मिलता है? Food near Harishchandragad Fort trek/
उत्तर: जी हा! हरिश्चंद्रगढ़ जाने वाले रास्ते में आपको पचनई गांव और खीरेश्वर गांव मिलते है यही से यात्रा शुरू होती है। इन गावों में आपको कई सारे होटल मिलते है जहा आप भोजन और विश्राम कर सकते है। और आगे रास्ते के लिए आप यही से खाना और पानी ले जा सकते है।
निष्कर्ष
हरिश्चंद्रगढ़ शुरुवात से ही टूरिस्ट के लिए एक आकर्षक जगह रही है। यह जगह अपने सुंदर नजारे और इतिहास के लिए जानी जाती है, इसका इतिहास लगभग हजारों साल पुराना है। लोग दूर दूर से यहां की पुरानी धरोवरो और सुंदरता को देखने आते है यहां आपको पुराने समय की झलक देखने को मिलेगी। आप अपने परिवार के साथ भी यहां आ सकते है, यहां अब कई सारे सुविधाएं उपलब्ध करा दी गई है। तो दोस्तो उम्मीद है आपको यह जानकारी पसंद आई होगी इसे अपने ऐसे दोस्तो से भी share करे जो हरिश्चंद्रगढ़ आना चाहते है। Hope you like our Harishchanragad Fort trek information in Hindi video.